सादर नमन पाठकों।🙏
आज दशहरा के पावन पर्व पर प्रस्तुत है मेरे द्वारा रचित दोहे।
आप सभी को दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएँ।
इह बसत हैं सब रावण, ना खोजो इह राम।
पाप करत निस बित जाए, प्रात भजत प्रभु नाम।।
अंतर्मन बैठा रावण, दुष्ट का करो नाश।
हिय में नम्रता जो धरे, राम करत उहाँ वास।।
कोप, लोभ, दंभ, आलस, त्यजो सब यह काम।
रखो मुक्ति की आस, नित भजो राम नाम।।
पाप का सुख मिलत क्षणिक, अंत में खाए मात।
अघ-अनघ के युद्ध में, पुण्य विजय हो जात।।
© Jalpa lalani ‘Zoya’ (सर्वाधिकार सुरक्षित)
धन्यवाद।
HAPPY DUSSEHRA
http://www.sudarshanpaliwal.com
LikeLike
बहुत ख़ूब
सुख, शान्ति, समृद्धि और स्वास्थ्य की मंगल कामनाओं के साथ आपको विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं।🌹💐🌹💐
LikeLiked by 2 people
बहुत बहुत धन्यवाद अंकल😊 आपको भी हार्दिक शुभकामनाएँ। अपना आशीर्वाद बनाये रखियेगा।🙏💖
LikeLiked by 1 person
हमेशा ख़ुश रहो ज़ोया 😊🌹💖
LikeLiked by 1 person
आमीन।🙏
LikeLiked by 1 person
🙏
LikeLiked by 1 person
बहुत खूब।
LikeLiked by 2 people
जी बहुत धन्यवाद आपका😊
LikeLike
🌹
LikeLike
बहुत सुंदर।
LikeLiked by 3 people
बहुत धन्यवाद😊
LikeLike
Bahut khoob👏👏
LikeLiked by 3 people
बहुत बहुत धन्यवाद😊
LikeLiked by 1 person
Bahut khoob !
LikeLiked by 1 person
Shukariyaa Era🙂💖
LikeLike
😊😊
LikeLike
Nicely done👍
LikeLiked by 2 people
Ji shukariyaa😊
LikeLike
Happy dussehra 😊
LikeLiked by 1 person
Same to you💖🙂
LikeLiked by 1 person
Beautiful Zoya!
LikeLiked by 1 person
Thank you so much😊
LikeLiked by 2 people
Bahut hi sundar dohe… 💯👍👌
LikeLiked by 2 people
जी बहुत बहुत धन्यवाद आपका😊
LikeLiked by 2 people
उत्कृष्ट लेखन दोस्त 😊🌼
LikeLiked by 2 people
धन्यवाद आपका🙂
LikeLiked by 1 person